Thursday, July 29, 2010

कहां से सीखी ये अदाएं

डियर गर्लफ्रेंड्स,
मेरे पास तो एक भी गर्लफ्रेड नहीं है ये संबोधन उनके लिए है, जिनके ब्वॉयफ्रेंड्स हैं और वो हैं उनकी गर्लफ्रेंड। सभी गर्लफ्रेंड्स से आज एक गुजारिश करना चाहता हूं। प्लीज कुछ बातों पर गौर फरमाया कीजिए। आप लोग किसी के आने-जाने, उठने-बैठने, करने-धरने से पहले टोंकाटाकी करती हैं तो वो आपकी केयरिंग होती है और बेचारे ब्वॉयफ्रेंड्स ने अगर ये पूछा-ताछी कर ली तो वो पजेशिव हो जाता है। एक ही मामले में ये दोहरा मापदंड क्यों अपनाती हैं आप लोग? फोन बिजी गया नहीं कि मेरी कसम बताना कौन थी फोन पर, भले ही बंदा अपने पापा से बात कर रहा हो। कसमें खा-खाकर सफाई देनी पड़ती है। नखरे, गुस्सा ङोलो वो अलग।
अगर कहीं मिस गर्लफ्रेंड्स का फोन बिजी गया और मिस्टर ब्वॉयफ्रेंड्स ने गलती से पूछ भर लिया कि किससे बात हो रही थी तो जमीन-आसमान एक। सीधा सवाब- तुम्हें मुझपर जरा भी भरोसा नहीं, शक करते हो मुझपर। फिर तो बंदे ने जो भुगतना है, उसी की आत्मा जानेगी। कहीं गलती से मिस्टर ब्यॉयफ्रेंड्स ने फोन छेड़ दिया तो कहानी खत्म और मोहतरमाओं का तो बंदे के फोन पर जन्म सिद्ध अधिकार है। डियर गर्लफ्रेंड्स, कुछ बंदे के भावों को भी तो समझा कीजिए।
प्यार की पटरी पर आ रही गाड़ी कब पटरी से उतर जाती है पता ही नहीं चलता। कभी-कभी तो चलती ट्रेन से मुसाफिर बिना बताए भी उतर जाता है। ओ के, दार्शनिक बातें नहीं..सीधे आपसे की जाने वाली गुजारिशों पर आते हैं। हां तो आप लोगों से जब तक मिस्टर ब्वॉयफ्रेंड्स शादी की बात पर नहीं आते हैं रिश्ते को आप सीरियसली नहीं लेती हैं। बंदा सीरियस हुआ नहीं कि इमोशनल अतयाचार शुरू। वैसे इमोशनल अत्याचार का गुर आपको किस गुरु भाई या गुरु मां ने सिखाया है? प्लीज बताएं, बेचारे ब्वॉयफ्रेंड्स को भी उसी गुरुकुल में भेज दिया जाए ताकि वो आपके प्यार भरे अत्याचारों का उसी अंदाज में जवाब दे सकें। जब मिस्टर ब्वॉयफ्रेंड्स मिस गर्लफ्रेंड्स से शादी जसे गंभीर मसले पर बात करते हैं तो शुरू होती है असली महाभारत। गर्लफ्रेंड्स जी, प्लीज ये बताएं कि प्यार-व्यार के झमेले में डालने से पहले आप एक कमरे का घर, एक थाली और एक कटोरी में भी गुजारा करने की बात करती हैं।
 बंदे का जेब और जेब खर्च भी बखूबी जानती हैं और उसी में खुद को सेट कर लेने का हवाला देती हैं, पर बाद में आप स्टेसस का हवाला क्यों देती हैं। फिर आपको अपने मौसी के दामाद जसे पैसेवाले पति की दरकार होने लगती है और प्यार भिखमंगा और नंगा नजर आने लगता है। एक बात और..मिस्टर ब्वॉयफ्रेंड्स आपके नखरे उठाने के लिए उधारी मांगते फिरते हैं, प्लीज इतनी महंगाई और रिसेशन के टाइम में थोड़ा कंसेशन दे दिया कीजिए। बाकी क्या कहें, करना वही है जो आपका मन करेगा। नमस्ते।
धर्मेद्र केशरी

Friday, May 28, 2010

डर लगता है..

कभी तुम्हें खोने से डरता था
आज पाने से डर लगता है..
तन्हा होने से डरता था
अब महफिल से डर लगता है..
कभी सब कुछ कह जाता था तुम्हें
आज लब खोलने से डर लगता है..
पास आने की जिद थी कभी
अब तो पास आने से ही डर लगता है..
गुजरती सांसों पर नाम था तेरा
अब तो सांस लेने से ही डर लगता है..
तेरे सजदे में झुकाते थे सिर कभी
मांगा करते थे दुआओं में
खुदा बन गए थे तुम मेरे
अब रब से नजरें मिलाने में डर लगता है..
प्यार इस कदर किया तुझको
कि भूल गए सारा जमाना
ताश के पत्तों से बिखरा वहम मेरा
अब वफा के नाम से भी डर लगता है..
फख्र था जिंदा मुहब्बत पर अपनी
उस मुहब्बत की लाश उठाने से डर लगता है..
किसी अपने ने किया दिल पर ऐसा वार
अनजानों को कहना ही क्या
पहचाने चेहरों से भी डर लगता है..
चाह कर भी नहीं होता किसी पर भरोसा
अब तो यकीं के नाम से ही डर लगता है..
चाहतों की चाह में खाया है धोखा
अब चाहतों को चाहने में डर लगता है..
सोचता हूं पूछूं कई सवाल
प्यार था या था मजाक तेरा
दिल में उतर के किया क्यों दिल से दूर
जवाब दोगे कि नहीं, डर लगता है..
तेरी यादों से लिपटकर जिंदा हैं
छीन न लो यादों को भी, डर लगता है..
बड़ी मुश्किल से साहिल पर आई है कश्ती
अब तो मझधार में जाने से डर लगता है..
कभी तुम्हें खोने से डरता था
आज पाने से डर लगता है..

धर्मेद्र केशरी

Friday, April 23, 2010

कोई कुछ भी कहे, फर्क नहीं पड़ता- पायल रोहतगी


पायल रोहतगी। हैदराबाद में जन्मी और मिडिल क्लास से संबंध रखने वाली इस बाला के बारे में किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि इतने कम समय में अपने दम पर वो इस मुकाम पर पहुंच जाएंगी। बॉलीवुड में उनका कोई गॉड फादर नहीं, फिर भी वो इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान के साथ कायम हैं। उन्हें सेक्सी, ग्लैमरस या हॉट हीरोइन कहलाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। पायल को फिल्म इंडस्ट्री की हकीकत पता है और वो प्रैक्टिकली इस सच को स्वीकार भी करती हैं। बिना किसी सपोर्ट के वो अपनी पहचान बनाने में कामयाब हुई हैं। पायल का फैमिली बैकग्राउंड एकेडमिक है, लेकिन मिस इंडिया प्रतियोगिता में भाग लेने के बाद उनका रुझान पूरी तरह से ग्लैमर वर्ल्ड की ओर हो गया। उन्होंने खुद कंप्यूटर इंजीनियरिंग का कोर्स किया है। पायल हिम्मत हारने वालों में नहीं हैं। अपनी जिंदगी से जुड़ी कई बातों को पायल ने बेबाकी से बयान किया। पेश है धर्मेद्र केशरी की पायल रोहतगी से हुई बातचीत के प्रमुख अंश-
आपकी इमेज सेक्सी और ग्लैमरस अभिनेत्री की बनी हुई है, इस इमेज से कोई परेशानी नहीं होती?
देखिए, इस इंडस्ट्री में मेरा कोई गॉड फादर नहीं है। न ही मैं सलमान खान की गर्लफ्रेंड हूं और न ही अनिल कपूर की बेटी। कहने का मतलब ये कि बॉलीवुड में ब्रेक पाने के लिए मैंने एक्सपोज का सहारा लिया, इसे मैं कबूल भी करती हूं और सच कहूं तो मुङो इस बात का कतई मलाल नहीं है। मुङो इमेज से कोई फर्क नहीं पड़ता। आपको काम करना है और हर तरह के रोल करने पड़ते हैं। मैंने भी किया है। मेरा काम अभिनय करना है और मैं सिर्फ इस पर ही अपना ध्यान केंद्रित करती हूं, बेवजह की बातों पर ध्यान नहीं देती।

अपनी प्रोफेशनल लाइफ से कितनी खुश हैं?
सबसे पहले मैं बता दूं कि मैं टूटने वाली लड़की नहीं हूं। संघर्ष करना जानती हूं और विपरीत परिस्थितियों में भी अपने आपको संभालना जानती हूं। मैंने भी अच्छी-बुरी फिल्में की हैं और हर कोई अनुभव से ही सीखता है। हर किसी की अपनी किस्मत होती है। दीपिका पादुकोण की अपनी किस्मत है, जो आते ही शाहरुख खान के साथ फिल्म पा गईं। मुङो किसी बात का दुख नहीं है, बल्कि मैं अभी सीख ही रही हूं।

बिग बॉस से आपको कितना फायदा पहुंचा?
बिग बॉस देश का बड़ा रियलिटी शो है और कोई दो राय नहीं कि इस शो से मुङो भी फायदा पहुंचा है। ये बहुत बड़ा प्लेटफॉर्म है। लोग सीधे आपसे जुड़ते हैं। आपकी असली शख्सियत का पता चलता है। शो करने के बाद कम से कम मुझ पर आइटम डांसर का लगा ठप्पा मिट गया। यकीनन शो ने मुङो फायदा पहुंचाया है।
क्या अभी भी कोई रियलिटी शो करने जा रही हैं?
बिग बॉस से बड़ा शो तो फिलहाल कोई नहीं है, इससे बड़ा कोई शो आएगा तो जरूर करूंगी। रही बात किसी अन्य शो में पार्टिसिपेट करने की, तो ऑफर तो मिलता रहता है, पर शो भी तो अच्छा होना चाहिए। हाल ही में मुङो देसी गर्ल के लिए ऑफर आया था, पर मुङो ठीक नहीं लगा। हां, अगर कांसेप्ट अच्छा रहे तो मैं दोबारा रियलिटी शो जरूर करना चाहूंगी।

मान लीजिए, सच का सामना आपको होस्ट करना पड़े तो?
होस्ट करने की बात होगी तो मुङो शो से इनकार नहीं है, लेकिन अगर शो में खुद से जुड़े राज दुनिया के सामने जाहिर करने वाली बात हो तो मैं कभी नहीं करूंगी। मैं उस तरह की लड़की नहीं हूं, जो अपनी निजी जिंदगी, पारिवारिक बातों को भी दुनिया के सामने जाहिर कर दे।

आजकल बेबाक बयान शॉर्टकट का जरिया बन चुका है, कश्मीरा शाह, संभावना सेठ जसी हीरोइनें अपनी बेबाकी से अटेंशन क्रिएट करती हैं। इस पर आपका क्या कहना है?
मेरा इन लोगों से कोई मतलब नहीं है और न ही मैं इनके बारे में कुछ जानती हूं, इसलिए कोई टिप्पएाी नहीं करना चाहूंगी। मैं इन लोगों से अपनी तुलना भी नहीं करना चाहती। जिसको जो करना है करे, मैं सिर्फ अपने बारे में जानती हूं।

कोई खास रोल, जो आप करना चाहती हों?
ऐसा कोई खास ड्रीम रोल नहीं है। मैं यहां सिर्फ अभिनय करना चाहती हूं। तरह-तरह के बेहतरीन किरदारों को निभाने की ख्वाहिश है। मैं सिर्फ फिल्में ही नहीं, थिएटर पर भी अपना ध्यान केंद्रित कर रही हूं। हाल ही में थिएटर के कई वर्कशॉप भी मैंने अटेंड किए हैं। मेरे कहने का मतलब ये है कि यहां मैं काम करने आई हूं और यही चाहतर हूं कि पायल की पहचान भी सिर्फ उसके अभिनय और काम से हो।

आपका एकेडमिक बैकग्राउंड है, खुद आपने कंप्यूटर इंजीनियरिंग की है, ऐसे में हीरोइन बनने का ख्याल कैसे आया?
जी हां, मेरी मम्मी टीचर हैं, पापा भी जॉब में हैं। घर में इंजीनियरों की भरमार है, फिर भी मैंने ग्लैमर वर्ल्ड चुना। ये मेरी पसंद थी। मम्मी-पापा ने मुङो वही करने दिया, जो मुङो अच्छा लगता है। मैं अपने कॉलेज में सबसे लोकप्रिय लड़की थी। ईश्वर की कृपा से सुंदरता और लंबाई मुङो मिली ही है। कॉलेज में सबकी पसंद मैं हुआ करती थी। शोज वगैरह में भी भाग लेती थी। उसी दौरान मैंने फेमिना मिस इंडिया में पार्टिसिपेट किया और मुंबई आना हो गया।

फिलहाल क्या कर रही हैं?
जल्द ही एक फिल्म की शूटिंग शुरू होने जा रही है। फिल्म में मैं एक जर्नलिस्ट का किरदार निभा रही हूं। अभी फिल्म के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बता सकती, पर जल्द ही मैं इससे जुड़ी जानकारी आपको दूंगी। वैसे फिल्म की शूटिंग जुलाई-अगस्त तक शुरू हो जाएगी। इसके अलावा कुछ शो भी कर रही हूं।

पायल शादी कब कर रही है?
फिलहाल तो नहीं, क्योंकि मेरा मिस्टर राइट अभी मिला ही नहीं है, जिस दिन मिलेगा शादी भी कर लूंगी।

कैसे हमसफर की तलाश है?
स्मार्ट और हैंडसम तो हो ही, उसे पारिवारिक जिम्मेदारियों की भी समझ हो। मुङो समझने वाला हो, जो कभी किसी चीज के लिए रोक टोक न लगाए। मुङो प्रेरित करे, पर सच कहूं तो ऐसे लड़के मिलते कहां हैं। या तो संकीर्ण मानसिकता के लड़के मिलते हैं या गे (समलैंगिक)।